tag:blogger.com,1999:blog-30482424.post4246774347687658952..comments2024-03-22T07:37:13.933+05:30Comments on महाशक्ति: मुस्लिम सेक्यूलर और हिन्दू सम्प्रदायिक क्यो ?Pramendra Pratap Singhhttp://www.blogger.com/profile/17276636873316507159noreply@blogger.comBlogger16125tag:blogger.com,1999:blog-30482424.post-14401754212710376332010-06-10T09:35:48.634+05:302010-06-10T09:35:48.634+05:30-Islam = Sex+Terrorism
-इस्लाम अय्याशी (चार निकाह...-Islam = Sex+Terrorism<br /><br />-इस्लाम अय्याशी (चार निकाह, जन्नत में 72 हूरें) और आतंक (जिहाद) का पाठ पढाता है<br /><br />-ये लोग अपनी बहनो को भी नहीं छोडते, उनसे निकाह करके बिस्तर में ले जाते हैं<br /><br />-कोई मुसलमान हिन्दू धर्म की प्रशंसा कर दे तो उसे मजहब से निकाल देते हैं<br /><br />-हिन्दू धर्म ग्रथों को जलाना, मन्दिरों को तोडना, देवी-देवताओं के अश्लील चित्र बनाना, उनके बारे में अपशब्दसच का बोलबाला, झूठ का मुँह कालाhttps://www.blogger.com/profile/15332158219978204141noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30482424.post-42453935358366535162008-11-06T00:52:00.000+05:302008-11-06T00:52:00.000+05:30सहिष्णुता, समभाव पर चर्चा तो बहुत हुई....देशकाल और...सहिष्णुता, समभाव पर चर्चा तो बहुत हुई....देशकाल और परिस्थितियों को देखकर भी नीतियाँ परिवर्तित की जाती है....यह हम पहले भारतीय, फ़िर हिन्दुओं को....कब समझ में आएगी.समीर यादवhttps://www.blogger.com/profile/07228489907932952843noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30482424.post-66538952338707226132008-11-04T23:07:00.000+05:302008-11-04T23:07:00.000+05:30समाधान ढुढना होगा। पंडीत दिनदयाल जी का सांस्कृतिक ...समाधान ढुढना होगा। पंडीत दिनदयाल जी का सांस्कृतिक एकात्मकता, गांधी का सर्वधर्म समभाव, जिन्ना पथ पर दो लड्ते राष्ट्र(भाई), या मार्क्स की तरह धर्म को ही नकार देना उचित रहेगा। ये मुसल्मान भाई भी किसी कालखंड मे हिन्दु हीं तो थें। किसी अक्रांता ने तलवार के बल पर इनसे इस्लाम कबुल करवा लिया था। आज वे अपने ही पुर्वजो की पुजा पद्धति से इतना घृणा क्यो करते है ? कैसे सम्झाया जाए उन्हे?Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30482424.post-40085475434546343162008-11-04T22:46:00.000+05:302008-11-04T22:46:00.000+05:30भाई साहेब जी कोई हमें बताने की ज़हमत उठाएगा क...भाई साहेब जी कोई हमें बताने की ज़हमत उठाएगा कि ये ' हिंदू ....सुरे' कौन हैं और कहां मिलते है ? ,मैं यही प्रश्न सबसे पूछता फ़िर रहा हूँ ;इसी के लिए मैंने सब को एक खुला <A HREF="http://anyonasti-chittha.blogspot.com" REL="nofollow">" चिटठा" </A> लिखा है कृप्या मेरी शंका का समाधान गुनी ग्यानी जन करने का कष्ट करें |<BR/>'' अन्योनास्ति " { ANYONAASTI } / :: कबीरा ::https://www.blogger.com/profile/02846750696928632422noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30482424.post-58778659084020115722008-11-04T19:34:00.000+05:302008-11-04T19:34:00.000+05:30भूल सुधारहमें इज़राईल से सबक सीखना चाहिए!एक बात और...भूल सुधार<BR/>हमें इज़राईल से सबक सीखना चाहिए!<BR/>एक बात और जिस समय मालेगांव में विस्फोट हुआ उसी समय गुजरात के मोडासा में भी विस्फोट हुआ। खुफिया एजेंसियों का तब कहना था कि इन दोनों विस्फोटों के पीछे एक ही आतंकवादी संगठन का हाथ है। जब साफ है कि मालेगांव में हुए दोनों विस्फोटों के पीछे उद्देश्य और विस्फोट करने का तरीका एक ही है तो फिर सीबीआई साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर से पूछताछ करने की कोशिश क्यों दिवाकर प्रताप सिंहhttps://www.blogger.com/profile/06302009569112820477noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30482424.post-91251927789485555582008-11-04T01:21:00.000+05:302008-11-04T01:21:00.000+05:30भाई हम तो संजय बेंगाणी जी की दोनो टिपण्णीयो से सहम...भाई हम तो संजय बेंगाणी जी की दोनो टिपण्णीयो से सहमत है, आप ने भी बात बिलकुल सही कही है, जब तक हिन्दुयो मै एकता नही होगी तब तक यही सब होगा....राज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30482424.post-28978414429790147892008-11-03T21:06:00.000+05:302008-11-03T21:06:00.000+05:30सही कह रहे हो मित्र "आज भारत ही नही सम्पूर्ण विश्व...सही कह रहे हो मित्र "आज भारत ही नही सम्पूर्ण विश्व इस्लामिक आंतकवाद से जूझ रहा है"और इसके लिये नपुंसक नेतागण जिम्मेदार हैं ! हमें इज़राईल से सबक सिखाना चाहिएदिवाकर प्रताप सिंहhttps://www.blogger.com/profile/06302009569112820477noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30482424.post-72475864697579697552008-11-03T20:14:00.000+05:302008-11-03T20:14:00.000+05:30बेंगाणी जी से सहमत, पढ़े-लिखे लोग भी बेहद संकीर्ण व...बेंगाणी जी से सहमत, पढ़े-लिखे लोग भी बेहद संकीर्ण विचारधारा के और अंधविश्वासी हो गये हैं, इसीलिये हिन्दुओं में एकता का अभाव है…Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/02326531486506632298noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30482424.post-32190372550418937602008-11-03T15:10:00.000+05:302008-11-03T15:10:00.000+05:30you are right sir. I am agree with you.you are right sir. I am agree with you.Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30482424.post-9486234128620355402008-11-03T14:13:00.000+05:302008-11-03T14:13:00.000+05:30छदम धर्मं निरपेक्षता की आड़ मैं वोट बैंक का खेल खे...छदम धर्मं निरपेक्षता की आड़ मैं वोट बैंक का खेल खेला जा रहा है . आपने सही कहा है की जब तक सारे हिंदू वोटर एक नही होंगे तब तक देश मैं इस तरह का खेल चलता रहेगा . और हिंदू अपने ही देश मैं प्रताडित होता रहेगा .दीपक कुमार भानरेhttps://www.blogger.com/profile/14512403306123301731noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30482424.post-42446685162439570382008-11-03T12:31:00.000+05:302008-11-03T12:31:00.000+05:30मैने क्षुब्ध हो कर ही टिप्पणी की है. जब कथित पढ़े ल...मैने क्षुब्ध हो कर ही टिप्पणी की है. जब कथित पढ़े लिखों को ही जात-पात में विश्वास करता देखता हूँ तब यही विचार मन में आता है की और कुछ नहीं एक बार यही सोच लेते कि हम गुलाम क्यों हुए? भगवान जाने कब अक्कल आएगी.संजय बेंगाणीhttps://www.blogger.com/profile/07302297507492945366noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30482424.post-63545533478188213332008-11-03T11:30:00.000+05:302008-11-03T11:30:00.000+05:30संजय जी हजार साल की गुलामी के बाद भी हम बचे रहे ये...संजय जी हजार साल की गुलामी के बाद भी हम बचे रहे ये क्या कम हैं....बाकि कहीं दिखता है कोई दुनियां मैं ....अब भी हिंदु और हिंदुत्व मैं वो बात है कि हम चलते चलेंगे....पर समाज को सुदृढ करना होगा ...जब तक हिंदु मैं से ूऊंच नीच का भाव नहीं जायेंगा ...जब तक प्रत्येक हिंदु मंदिर मैं जाकर अधिकार पूर्वक पूजा नहीं कर पायेंगा तब तक यह मुश्किल है ...हमें सिर्फ ये काम करना है ....बाकि काम स्वतः ही हो जायेगाdrdhabhaihttps://www.blogger.com/profile/07424070182163913220noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30482424.post-19676596591767398372008-11-03T10:32:00.000+05:302008-11-03T10:32:00.000+05:30जो बात हजार साल की गुलामी न सीखा सकी, अब क्या सीखे...जो बात हजार साल की गुलामी न सीखा सकी, अब क्या सीखेंगे? भगवान बचाए भारत को.संजय बेंगाणीhttps://www.blogger.com/profile/07302297507492945366noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30482424.post-5408007083926332532008-11-03T10:20:00.000+05:302008-11-03T10:20:00.000+05:30Apna Kaam Banao Chalte Chalo Desh Jaye Bharh Main,...Apna Kaam Banao Chalte Chalo Desh Jaye Bharh Main, I think this cheap mentality is main cause. Positive forces must have to come forward.Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30482424.post-29539019963953045092008-11-03T07:39:00.000+05:302008-11-03T07:39:00.000+05:30महाशक्ति जी आपने सही बात कहा, आज के ये दोगले लालू-...महाशक्ति जी आपने सही बात कहा, आज के ये दोगले लालू-मुलायम देश की राजनीति को अपने अनुसार चला रहे है। जब इस देश की जनता जागेगी और उसे हिन्दू होने पर अभिमान होगा तो यही लालू-मुलायम भी हिन्दू हितों की बात करने लगेगे। आज हिन्दूओं में बिखराव ही उसे सेक्यूलर समाज में अस्पृस्य बना रखा है।Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30482424.post-53002932040776449392008-11-03T07:23:00.000+05:302008-11-03T07:23:00.000+05:30जिन ये वोट हिन्दू मतदाओं के नाम पर निकलेगा उस दिन...<B>जिन ये वोट हिन्दू मतदाओं के नाम पर निकलेगा उस दिन हिन्दुत्व और हिन्दू की बात करना सम्प्रादायिकता श्रेणी से हट कर धर्मनिर्पेक्षता की श्रेणी में आ जायेगा, और इसे लाने वाली भी यही सेक्यूलर पार्टियॉं ही होगी।</B><BR/>-----<BR/>बात बड़ी पते की कही मित्र!Gyan Dutt Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/05293412290435900116noreply@blogger.com