tag:blogger.com,1999:blog-30482424.post6468229973007081686..comments2024-03-22T07:37:13.933+05:30Comments on महाशक्ति: आओं खेले प्रश्न पहली, मे मेरे उत्तर और प्रश्नPramendra Pratap Singhhttp://www.blogger.com/profile/17276636873316507159noreply@blogger.comBlogger13125tag:blogger.com,1999:blog-30482424.post-71804190407542082412007-03-02T12:44:00.000+05:302007-03-02T12:44:00.000+05:30प्रमेन्द्र , मैं क्षमा प्रार्थी हूँ कि तुमने मेरी ...प्रमेन्द्र , मैं क्षमा प्रार्थी हूँ कि तुमने मेरी 'उत्तर पुस्तिका' पर टोका तब मैं यहाँ पहुँचा।लेकिन तुम्हारे पर्चे में जो सवाल अलग हैं ,उनके जवाब भी शामिल करने का प्रयास करूँगा।अफ़लातूनhttps://www.blogger.com/profile/08027328950261133052noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30482424.post-6667101006578094912007-02-28T10:44:00.000+05:302007-02-28T10:44:00.000+05:30अनूप शुक्ला जी, धन्यवाद, बस आपका स्नेह ...अनूप शुक्ला जी, <BR/> धन्यवाद, बस आपका स्नेह और अर्शीवाद मिलता रहे, इतनी की कामना है।<BR/> <BR/>उडन तश्तरी जी<BR/> आपका भी कहना ठीक है। आपको भी धन्यवाद <BR/><BR/>संजय बेंगाणी जी<BR/> धन्यवाद, अच्छी सीख देने के लिये। <BR/><BR/>masijeeviजी<BR/> मेरे काऊटर मे तो केवल 90 ही आये है। <BR/><BR/>सागर चन्द नाहर भाई <BR/> ईश्वर चाहेगा तो हम जल्द ही Pramendra Pratap Singhhttps://www.blogger.com/profile/17276636873316507159noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30482424.post-52998458755726237302007-02-27T20:18:00.000+05:302007-02-27T20:18:00.000+05:30"अपनी कविता के लिये कवि सम्मेलन है। तथा अपने चित्...<B>"अपनी कविता के लिये कवि सम्मेलन है। तथा अपने चित्रो के लिये स्वंय अयोजित चित्र प्रदर्शनी है।"</B><BR/><BR/>वाह बहुत अच्छी लगीं ये पंक्तियाँ।<BR/><BR/><B>"मै प्रेम, प्यार, इश्क, मोहब्बत, सेक्स, पर लिखना कभी नही पंसद करता हूँ।"</B><BR/><BR/>सेक्स पर न लिखना तो ठीक है पर बाकी चीजों पर लिखने से क्यूं नफरत है।<BR/><BR/>वाह प्रमेन्द्र भाई जवाब भी खूब दिए और नई अंक प्रणाली भी शुरु कर दी। बहुत ePandithttps://www.blogger.com/profile/15264688244278112743noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30482424.post-77309316966638779142007-02-27T19:27:00.000+05:302007-02-27T19:27:00.000+05:30बहुत अच्छे, हमसे मिलना चाहते हो जब चाहे आ जाओ हैदर...बहुत अच्छे, हमसे मिलना चाहते हो जब चाहे आ जाओ हैदराबाद। हम इन्तजार कर रहे हैं तुम्हारा :)<BR/>सुन्दर पस्तुति।Sagar Chand Naharhttps://www.blogger.com/profile/13049124481931256980noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30482424.post-88215377037987826172007-02-27T10:40:00.000+05:302007-02-27T10:40:00.000+05:30narad se 305 hit, bhaiya mahashakti sach sach batl...narad se 305 hit, bhaiya mahashakti sach sach batlana maamla kya hai. koi bug hai ki cakai sab ki chhutti kardi haiमसिजीवीhttps://www.blogger.com/profile/07021246043298418662noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30482424.post-20253170511762361742007-02-27T09:31:00.000+05:302007-02-27T09:31:00.000+05:30अच्छा लगा आपके जवाब पढ़ कर.आग है तो उसमें न जलो, न ...अच्छा लगा आपके जवाब पढ़ कर.<BR/><BR/>आग है तो उसमें न जलो, न जलाओ. उसे अपनी उर्जा बनाओ. शुभकामनाएं.संजय बेंगाणीhttps://www.blogger.com/profile/07302297507492945366noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30482424.post-66627603791857896262007-02-27T07:34:00.000+05:302007-02-27T07:34:00.000+05:30सही दिशा में जा रहे हो, बस संयम बनाये रहो और ज्याद...सही दिशा में जा रहे हो, बस संयम बनाये रहो और ज्यादा पढ़ो भले ही कम लिखो. तुम्हारे लेखन में शक्ति है..अनुभव की आग पर चढ़ाओ, बहुत स्वादु होगी. बधाई सटीक जवाबों के लिये. :)Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30482424.post-68203258142616919052007-02-27T07:29:00.000+05:302007-02-27T07:29:00.000+05:30प्रेमेन्द्र, ये सवाल-जवाब पढ़ना अच्छा अनुभव रहा। इम...प्रेमेन्द्र, ये सवाल-जवाब पढ़ना अच्छा अनुभव रहा। इमानदारी से लिखा। खूब पढ़ो और खूब लिखो। धीरे-धीरे लिखने में और निखार आयेगा!अनूप शुक्लhttps://www.blogger.com/profile/07001026538357885879noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30482424.post-66398386829897452122007-02-27T06:28:00.000+05:302007-02-27T06:28:00.000+05:30manula जी धन्यवादराजीव जी, उत्साह वर्धन के लिये ...manula जी धन्यवाद<BR/><BR/>राजीव जी, उत्साह वर्धन के लिये धन्यवाद<BR/><BR/><BR/>Divine India जी, मै किसी को दिखाने के लिये चरित्रवान होने का प्रदर्शन नही कर रहा हूँ, जिस काम को करने मे आपका मन प्रसन्न हो वही कार्य करना अच्छा होता है। किसी के कहने से मै संस्कारवान नही हो जाता हूँ, जो मै हूँ वही सत्य है।<BR/>मैने पूर्ण रूप से सत्य बाते कही है। बाकी जो जिस प्राकर इसे ले। <BR/>आपको भी आपकी Pramendra Pratap Singhhttps://www.blogger.com/profile/17276636873316507159noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30482424.post-25650937693550455142007-02-27T06:26:00.000+05:302007-02-27T06:26:00.000+05:30इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.Pramendra Pratap Singhhttps://www.blogger.com/profile/17276636873316507159noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30482424.post-83160916703908369562007-02-27T01:13:00.000+05:302007-02-27T01:13:00.000+05:30बहुत बार आया और देखा भी आपका प्रयास मगरप्रश्नोतरी ...बहुत बार आया और देखा भी आपका प्रयास मगर<BR/>प्रश्नोतरी में मुझे ईमानदरी की कमी नजर आयी…<BR/>ऐसी बाते जो न चाह्ते श्रृंगार को अंधेरे में चाह रहा है…।इन प्रश्नों का महत्व इसमें नहीं है कि आप कितने संस्कारवान हैं वरण इसका मूल्य आपकें वास्तविक उद्गार को व्यक्त करने का है…।धन्यवाद!!Divine Indiahttps://www.blogger.com/profile/14469712797997282405noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30482424.post-23835364201145434992007-02-27T00:17:00.000+05:302007-02-27T00:17:00.000+05:30और अगर नही आती है तो मै मान लेता हूँ कि मैने अच्छ...<I>और अगर नही आती है तो मै मान लेता हूँ कि मैने अच्छा ही लिखा है, शायद इसी लिये टिप्पणी कर्त्ताओं कों लेख या कविता मे टीका टीप्पणी के लिये कुछ मिला ही न हो।</I>...<BR/><BR/><BR/>यह बात बहुत खूब रही! चिट्ठाकार और पाठक - दोनों ही प्रसन्न!...Rajeev (राजीव)https://www.blogger.com/profile/04166822013817540220noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30482424.post-51144952426856896272007-02-26T22:40:00.000+05:302007-02-26T22:40:00.000+05:30aap ke bare me padh ka achchha laga. Manjula Patha...aap ke bare me padh ka achchha laga. <BR/><BR/>Manjula Pathak AllahabadAnonymousnoreply@blogger.com