tag:blogger.com,1999:blog-30482424.post5099116193242644307..comments2024-03-22T07:37:13.933+05:30Comments on महाशक्ति: एग्रीगेटर बिन चिट्ठाकारीPramendra Pratap Singhhttp://www.blogger.com/profile/17276636873316507159noreply@blogger.comBlogger6125tag:blogger.com,1999:blog-30482424.post-60773960293968346102011-08-07T20:43:15.328+05:302011-08-07T20:43:15.328+05:30शायद आपने यह पोस्ट नहीं देखी
http://blogbukhar.bl...शायद आपने यह पोस्ट नहीं देखी <br /><a href="http://blogbukhar.blogspot.com/2010/12/blog-post.html" rel="nofollow">http://blogbukhar.blogspot.com/2010/12/blog-post.html</a>Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30482424.post-59870660541920249492011-08-07T20:41:01.594+05:302011-08-07T20:41:01.594+05:30ऊँचाई के मामले में किसी को चार मंजिला इमारत भी ऊँच...ऊँचाई के मामले में किसी को चार मंजिला इमारत भी ऊँची लगती है और कोई एवरेस्ट को बार बार फतह कर लेता हैAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30482424.post-46285417564116518592011-08-07T16:05:46.080+05:302011-08-07T16:05:46.080+05:30बात तो पते की कही आपने।बात तो पते की कही आपने।किलर झपाटाhttps://www.blogger.com/profile/07325715774314153336noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30482424.post-39547153191735973332011-08-07T14:05:40.733+05:302011-08-07T14:05:40.733+05:30कोई तो आगे आये अब।कोई तो आगे आये अब।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30482424.post-61116860965348546442011-08-06T19:51:23.714+05:302011-08-06T19:51:23.714+05:30इतिहास खुद को दोहराता है, कभी लोगों द्वारा आरोप-प्...इतिहास खुद को दोहराता है, कभी लोगों द्वारा आरोप-प्रत्यारोप के चलते नारद बन्द हुआ था, वही सब ब्लॉगवाणी और चिट्ठाजगत के साथ हुआ।<br /><br />अब शायद कुछ और ऍग्रीगेटर हैं, हमारीवाणी, अपनाब्लॉग आदि नाम से पर कोई भी उन ऊँचाइयों को छू नहीं पाया।ePandithttps://www.blogger.com/profile/15264688244278112743noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30482424.post-48226408044974870582011-08-06T18:01:26.413+05:302011-08-06T18:01:26.413+05:30एकदम मन की बात कही परमेन्द्र भाई आपने .ब्लागवाणी क...एकदम मन की बात कही परमेन्द्र भाई आपने .ब्लागवाणी के बाद होने के बाद लिखना बंद हो गया ..और आपको ये बता दूँ की ब्लागवाणी बंद होने के कारणों का पता करने पर मालुम हुआ की एक ग्रुप ने इसके खिलाफ मोर्चा खोलकर अनाप सनाप आरोप लगाये ..जिससे क्रुद्ध होकर सिरिल जी (ब्लागवाणी) ने ब्लागवाणी को बंद कर दिया ! दिल्ली के एक कार्यक्रम में उस ग्रुप के एक मेंबर से मिलना हुआ तो उसने बड़े गुरुर से कहा की हमने ब्लागवाणीaaryahttps://www.blogger.com/profile/08420022724928147307noreply@blogger.com