tag:blogger.com,1999:blog-30482424.post542272174170137040..comments2024-03-22T07:37:13.933+05:30Comments on महाशक्ति: महाशक्ति पर 319 हिट ! आखिर माजरा क्या था ?Pramendra Pratap Singhhttp://www.blogger.com/profile/17276636873316507159noreply@blogger.comBlogger20125tag:blogger.com,1999:blog-30482424.post-2103455781208796412007-03-09T15:05:00.000+05:302007-03-09T15:05:00.000+05:30ध्न्यवाद अनूप जी,शैलेश जी टिप्पणी के लिये धन्य...ध्न्यवाद अनूप जी,<BR/><BR/><BR/>शैलेश जी टिप्पणी के लिये धन्यवाद<BR/>।<BR/><BR/><BR/>श्रीश जी धन्यवाद,जीतूजी आपका नम्बर ट्राई कर रहे थे पर लगा नही। किससे बात कर रहे थे, कही आपको बधाई वधाई देने का मैटर तो नही था। <BR/><BR/>धन्यवाद सागर भाई आपने आदेश को ध्यान दूँगा <BR/><BR/>डाक्टर साहब कब से आपको बुला आप आ ही नही रहे है। <BR/><BR/>धन्यवाद अफलातून जी, इस माह मेरे ब्लाग पर नारद से 49.88 Pramendra Pratap Singhhttps://www.blogger.com/profile/17276636873316507159noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30482424.post-7088989233548520882007-03-09T14:20:00.000+05:302007-03-09T14:20:00.000+05:30इलाहाबाद के तरुण हो अहमदाबाद के नहीं इसलिए चाहे जि...इलाहाबाद के तरुण हो अहमदाबाद के नहीं इसलिए चाहे जितने हिट करना हो करो 'हीट' मत करो,न हो । वर्डप्रेस पर होते तब यह भी पता चल जाता की नारद की मुख्य भीड़ के अलावा भी पाठक होते हैं । तुम्हारी टिप्पणियों से,तुम्हारी भेजी कड़ियों से और कुछ अज्ञात पाठक भी रहने दो,बिना शिनाख्त।मेरे एक मित्र ने हॉंग काँग में 'अफ़लातून+समाजवादी' खोजा और चिट्ठे तक पहुँचा।भेंट होने पर चकरा गया।पाठक की गोपनीयता एक हद तक रखो,नहींअफ़लातूनhttps://www.blogger.com/profile/08027328950261133052noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30482424.post-32937321388782394452007-03-09T13:49:00.000+05:302007-03-09T13:49:00.000+05:30मैं यह हैक बहुत पहले ही ट्राई कर चुका था और सोचा भ...मैं यह हैक बहुत पहले ही ट्राई कर चुका था और सोचा भी था कि इस पर <B>नारद का हिट मैकेनिज्म क्रैक</B> नाम से एक पोस्ट लिखूँ, लेकिन जल्द ही मुझे लगा कि यह मुद्दा अब शायद हॉट नहीं रहा इसलिए यह विचार त्याग दिया।<BR/><BR/>वैसे जीतू भाई ने अकेले में बात नहीं की अब तक, मैं भी तो यह ट्रिक आजमा चुका हूँ। :)<BR/><BR/>वैसे मेरा तो शुरु से ही यह विचार था कि हिट्स की संख्या साप्ताहिक दिखाई जाए। पुराने ePandithttps://www.blogger.com/profile/15264688244278112743noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30482424.post-18723995902632790122007-03-09T13:41:00.000+05:302007-03-09T13:41:00.000+05:30हां तो यहां यह खुराफ़ात चल रही है और मुझे मालूम ही ...हां तो यहां यह खुराफ़ात चल रही है और मुझे मालूम ही नही हुआ. अभी तुम्हारी खबर लेता हूं गंगा के तट पर :)Dr Prabhat Tandonhttps://www.blogger.com/profile/14781869148419299813noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30482424.post-7083516612904236072007-03-09T12:16:00.000+05:302007-03-09T12:16:00.000+05:30यार प्रमेन्द आप तो छा गये, जो काम लोग कभी नहीं कर ...यार प्रमेन्द आप तो छा गये, जो काम लोग कभी नहीं कर पाये आपने एक इसी पोस्ट से कर दिया<BR/>बधाई हो, अगली बार अपनी योग्यता को किसी और रचनात्मक कार्य में लगाना, समझे :)<BR/>(स्माईली लगा दिया है)Sagar Chand Naharhttps://www.blogger.com/profile/13049124481931256980noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30482424.post-15949224321090903752007-03-09T10:00:00.000+05:302007-03-09T10:00:00.000+05:30आपका लेख पढ़कर तो यह सम्भावना बनती है कि हो सकता ह...आपका लेख पढ़कर तो यह सम्भावना बनती है कि हो सकता है कि बहुतेरे ब्लॉग जिनपर ४० से अधिक हिट दिख रहे थे वो भी इसी तरह से बढ़ाये गये हों। आपके ३१९ हिट पर बवाल इसलिए खड़ा हुआ क्योंकि आप सीमा में रहकर हिट नहीं किये। चालाक लोगों को वास्तविक गणित का ज्ञान रहा होगा। यहाँ आपकी प्रसंशा या आलोचना इसलिए हो रही है क्योंकि आपने इसे जगजाहिर कर दिया। <BR/><BR/>वैसे जो लोग इस प्रकार के प्रयोग की हिमाकत कर रहे हैं शैलेश भारतवासीhttps://www.blogger.com/profile/02370360639584336023noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30482424.post-51328513205034337732007-03-09T08:21:00.000+05:302007-03-09T08:21:00.000+05:30इस शरारत के लिये प्रेमेंन्द्र को कुछ इनाम-मिलना चा...इस शरारत के लिये प्रेमेंन्द्र को कुछ इनाम-मिलना चाहिये। एक ही आई.पी. पते से हुई क्लिक को बार-बार न गिना जाये यह प्रोग्राम पहले से होना चाहिये था। प्रेमेंन्द्र ने इस सुधार का मौका दिया इसलिये बच्चे को शाबासी देनी चाहिये। आगे भी शरारतें जारी रखो बालक!अनूप शुक्लhttps://www.blogger.com/profile/07001026538357885879noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30482424.post-57493852859499114012007-03-07T15:59:00.000+05:302007-03-07T15:59:00.000+05:30रवि जी सही मे आपने मेरी बात को समझा, यह सही है कि ...रवि जी सही मे आपने मेरी बात को समझा, यह सही है कि नारद पर प्रत्यक्ष रूप से गण्क होने से पाठक के मन मे परिवर्तन तो जरूर होता है।Pramendra Pratap Singhhttps://www.blogger.com/profile/17276636873316507159noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30482424.post-20616756790311135382007-03-07T11:58:00.000+05:302007-03-07T11:58:00.000+05:30इसी के लिए मैंने क्लिक दर को इनविजिबल बनाने की सला...इसी के लिए मैंने क्लिक दर को इनविजिबल बनाने की सलाह दी थी, और एक पोस्ट भी लिखा था. दरअसल इस तरह दिखता हुआ क्लिक दर चिट्ठा लेखक के लिए कुछ मानसिक समस्याएँ तो पैदा करता ही है. मेरा अनुरोध फिर से है कि इसे अदृश्य किया जाए - यानी कि माउस होवर से दिखाई दे - तो कम से कम यह समस्या नहीं रहेगी.रवि रतलामीhttps://www.blogger.com/profile/07878583588296216848noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30482424.post-84737906521257100342007-03-07T09:38:00.000+05:302007-03-07T09:38:00.000+05:30जीतू जी,दाल तो पहली बार ही बनाया था क्या पता था क...जीतू जी,<BR/>दाल तो पहली बार ही बनाया था क्या पता था कि नामक इतना तेज हो जायेगा कि तिहरा शतक लग जायेगा,<BR/><BR/>मै शरारती तो जरूर हूँ पर तत्व नही हूँ।<BR/><BR/>न तो मेरे पास ज्यादा टाईम है न ज्यादा अकल, जिनको पकड़ा जाये उन्हे मेरे ब्लाग पर भी क्लिक करने भेज दिजियेगा<BR/><BR/>यह बात कुछ समझ मे नही आई<BR/><BR/>एकदम सही<BR/><BR/>सही है निलिमा जी के लिये एक शोध विषय और है कि कई ब्लाग पर मेरी Pramendra Pratap Singhhttps://www.blogger.com/profile/17276636873316507159noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30482424.post-7623863981622408302007-03-06T22:11:00.000+05:302007-03-06T22:11:00.000+05:30भाई प्रमेन्द्र,तुम मेरे अनुज हो, इसलिए तुमको समझान...भाई प्रमेन्द्र,<BR/>तुम मेरे अनुज हो, इसलिए तुमको समझाने का मेरा हक बनता है। परेशान ना हो। वैसे भी इस हिट का बढाना और घटाना, किसी भी ब्लॉग पोस्ट की लोकप्रैयता का पैमाना नही है। वैसे तुम्हारे कान खींच कर यह कहना चाहता हूँ, दाल मे नमक मिलाया करो, नमक मे दाल मिलाओ तो सबको पता चल जाएगा। <BR/><BR/>जब हमने नारद पर हिट काउन्टर लगाया तो हमे शरारती लोगों को चिन्हित करना था, इसके लिए हमने जान बूझ कर हिट Jitendra Chaudharyhttps://www.blogger.com/profile/09573786385391773022noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30482424.post-22357114459245693292007-03-06T21:07:00.000+05:302007-03-06T21:07:00.000+05:30@ उडन तश्तरी कल का टून्नू मेरी क्या बराबरी करेग...@ उडन तश्तरी <BR/>कल का टून्नू मेरी क्या बराबरी करेगा। शरारत के लिये हरी झन्डी देने के लिये धन्यवाद<BR/><BR/><BR/>@ पंकज भाई<BR/><BR/>आप लेख लिखों हम आप हिट देगें। <BR/><BR/>मसिजीवी <BR/>यह मात्र 4 मिनट मे हुआ है बहुत समय नही लगा था 100 टिप्प्णी प्रतिमिनट की दर से। और तीन मिनट मे लेख क्या चित्र भी पोस्ट नही कर सकता। बस क्लिक की हो तो मै हाजिर हूँ। <BR/><BR/>निलिमा जी<BR/><BR/>लोक प्रियताPramendra Pratap Singhhttps://www.blogger.com/profile/17276636873316507159noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30482424.post-69926315826373540782007-03-06T19:56:00.000+05:302007-03-06T19:56:00.000+05:30प्रिय प्रमेंद्र, तुम्हारी सफाई भी तुम्हारी ही तरह ...प्रिय प्रमेंद्र, तुम्हारी सफाई भी तुम्हारी ही तरह प्यारी रही. ;)SHASHI SINGHhttps://www.blogger.com/profile/15088598374110077013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30482424.post-58070892005853064582007-03-06T19:53:00.000+05:302007-03-06T19:53:00.000+05:30प्रमेन्द्रजी,आपका सत्य को सामने रखना भी निलिमाजी द...प्रमेन्द्रजी,<BR/><BR/>आपका सत्य को सामने रखना भी निलिमाजी द्वारा नारद पर उठाई शंका का समाधान नहीं कर पाया है। जहाँ हीट का सवाल है आप यह कार्य अपने चिट्ठे पर ना कर किसी और के चिट्ठे पर करते तो? या फिर कोई भी पाठक इस प्रकार कर सकता है...<BR/><BR/>नारद में यह तकनीकी खामी हैं या फिर यह फिजूल बहस...<BR/><BR/>आपके द्वारा किया गया कार्य कोई अपराध नहीं है इसलिए ऐसी शरारते करते रहें :)Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30482424.post-25018738223189928672007-03-06T19:46:00.000+05:302007-03-06T19:46:00.000+05:30भाई महाशक्ति एसी शरारत एक आध बार ही चलती है आपको अ...भाई महाशक्ति एसी शरारत एक आध बार ही चलती है आपको अब नए नए तरीकों को खोजते रहना होगा ..खैर आत्म विज्ञापन का लालच बुरी बला है मैं नहीं कहूंगीNeelimahttps://www.blogger.com/profile/14606208778450390430noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30482424.post-59960268862577164742007-03-06T18:11:00.000+05:302007-03-06T18:11:00.000+05:30उम्र भले ही कम हो बरखुरदार पर वक्त बहुत है, भैया।...उम्र भले ही कम हो बरखुरदार पर वक्त बहुत है, भैया। <BR/><BR/>इतनी देर में तो दो-एक नई पोस्ट ही लिख मारते।मसिजीवीhttps://www.blogger.com/profile/07021246043298418662noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30482424.post-43435860576177670212007-03-06T18:09:00.000+05:302007-03-06T18:09:00.000+05:30अरे भाई नही कहते तो क्या... पता तो था ही कौन है इस...अरे भाई नही कहते तो क्या... पता तो था ही कौन है इसके पीछे.. :)<BR/><BR/>और की फरक पैन्दा है, 300 हीट हो या 3... ना तुम बदलने वाले हो ना हम..<BR/><BR/>रहेंगे तो वही के वही..<BR/><BR/>अब एक काम करो मेरे चिट्ठे पर 500 क्लीक कर आओ.. ;-)पंकज बेंगाणीhttps://www.blogger.com/profile/05608176901081263248noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30482424.post-91578348830589775822007-03-06T18:00:00.000+05:302007-03-06T18:00:00.000+05:30टुन्नू से भी छोटे?? करो, करो!! शरारत तो अच्छी होती...टुन्नू से भी छोटे?? करो, करो!! शरारत तो अच्छी होती है!! करते रहो. :)Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30482424.post-51700284347919294852007-03-06T17:48:00.000+05:302007-03-06T17:48:00.000+05:30अखिर अभी तक आप सबके बीच सबसे छोटा हूँ, तो शरारत कर...अखिर अभी तक आप सबके बीच सबसे छोटा हूँ, तो शरारत करने का हक भी तो मुझे ही है। जब मेरे से भी छोटा कोई आ जायेगा तो शरारत भी बन्द हो जायेगी। :)Pramendra Pratap Singhhttps://www.blogger.com/profile/17276636873316507159noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30482424.post-37833865610849371902007-03-06T17:35:00.000+05:302007-03-06T17:35:00.000+05:30पता था, यह आपकी शरारत है. :)पता था, यह आपकी शरारत है. :)Anonymousnoreply@blogger.com