tag:blogger.com,1999:blog-30482424.post8990625952697791854..comments2024-03-22T07:37:13.933+05:30Comments on महाशक्ति: सद्दाम का अन्तPramendra Pratap Singhhttp://www.blogger.com/profile/17276636873316507159noreply@blogger.comBlogger7125tag:blogger.com,1999:blog-30482424.post-63138284025598284072007-01-11T19:20:00.000+05:302007-01-11T19:20:00.000+05:30दोस्तो मे आप की बात से सहमत हु के सद्दाम के साथ न्...दोस्तो मे आप की बात से सहमत हु के सद्दाम के साथ न्याय नही हुआAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30482424.post-75849615488500674272007-01-01T01:28:00.000+05:302007-01-01T01:28:00.000+05:30कुछ तेल का खेल था कुछ बेटे ने बाप का बदला पूरा किय...कुछ तेल का खेल था कुछ बेटे ने बाप का बदला पूरा किया।Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30482424.post-49045500972971577652006-12-31T07:46:00.000+05:302006-12-31T07:46:00.000+05:30इन्टरनेट का कनेक्शन ठीक न होने के कारण मै उपपस्थ...इन्टरनेट का कनेक्शन ठीक न होने के कारण मै उपपस्थिति न हो सका। आप सभी को आपके अनमोन कथन के लिये धन्यवाद <br /><br />प्रतीक जी, गलत तो कुछ भी नही क्या पर सही क्या था? सद्दाम एक राष्ट्र का राष्ट्राध्यक्ष था वह अपने देश मे किसी भी प्रकार की नीति निर्धारण के लिये स्वतंत्र था । क्या हत्या केवल ईराक मे नही हुई। क्या मुलायम सिंह ने अयोध्या मे कारसेवको की हत्या नही करवाई थी। सद्दाम के लिये Pramendra Pratap Singhhttps://www.blogger.com/profile/17276636873316507159noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30482424.post-30159188251928200102006-12-30T22:07:00.000+05:302006-12-30T22:07:00.000+05:30होना तो अंत यही था, मगर थोड़ी जल्दबाजी में किया गया...होना तो अंत यही था, मगर थोड़ी जल्दबाजी में किया गया सारा कार्य कहीं न कहीं न्याय न दिख कर द्वेषवश की गई कार्यवाही नजर आता है.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30482424.post-10788968647993115042006-12-30T19:50:00.000+05:302006-12-30T19:50:00.000+05:30अगर सद्दाम को 148 शियायों की हत्या के एवज मे फ़ांसी...अगर सद्दाम को 148 शियायों की हत्या के एवज मे फ़ांसी दी जा सकती है तो बुश को लाखों अफ़गानी और तमाम निर्दोष इराकियों के कत्लेआम का भी सजा झेलने के लिये तैयार रहना चाहिये।Dr Prabhat Tandonhttps://www.blogger.com/profile/14781869148419299813noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30482424.post-26331235651141918382006-12-30T14:50:00.000+05:302006-12-30T14:50:00.000+05:30सजा पहले ही तय कर दी गई थी, ट्रायल बादमें शुरू हुआ...सजा पहले ही तय कर दी गई थी, ट्रायल बादमें शुरू हुआ.<br />ताकत का खेल है, किसी से हमदर्दी नहीं पर सद्दाम भारत के मित्र थे.Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30482424.post-68059736015391842122006-12-30T13:51:00.000+05:302006-12-30T13:51:00.000+05:30क्यों भई, क्या ग़लत है? बाक़ायदा पूरा ट्रायल तो हु...क्यों भई, क्या ग़लत है? बाक़ायदा पूरा ट्रायल तो हुआ, और क्या चाहिए?Pratik Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/02460951237076464140noreply@blogger.com