मैने पहली बार हाईकू करने का प्रयास किया है पता नही कितना सफ़ल हूँ, यह तो आपकी प्रतिक्रियाओ से ही पता चलेगा। :)
गंगा की धार
करती है प्रहार
कि मै गंगा हूं ।
गंगा का पानी,
है कहनी कहानी
मै पावन हू।
शब्दो की भाषा
लाती है नई आशा
कि उठ जाओ।
माता का प्यार
दिलाता है दुलार
कि मै पुत्र हूँ
पिता का डांट
देता है एहसास
कि वे पिता है।
दीदी की राखी
एहसास दिलाती
कि मै भाई हूँ।
भाई का साथ
दिलाता है विश्वास
कि मै साथ हूँ
मेरा अनुज
दिलाता एह्सास
कि मै बड़ा हूँ।
पत्नी का प्यार
कहता है कि अब
तुम मेरे हो।
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