महाकुंभ भगदड़ - मृतकों व घायलों की सूची



इलाहाबाद जंक्शन और कुम्भ मेले में भगदड़ निश्चित रूप से प्रदेश और केंद्र सरकार की विफलता को दर्शाता है, स्टेशन पर 6.50 पर घटना हुई किन्तु SRN अस्पताल में पहला शव/घायल रात 11.15 पर पंहुचा.. बेहद विचलित कर देने वाली SRN अस्पताल ये तस्वीरे है जहाँ संघ के स्वयंसेवकों ने प्रथम राहत कार्य किया, संघ के स्वयंसेवकों ने विभिन्न शहर के अस्पतालों व घटना स्थल पर रहत कार्य में सवेदना के साथ राहत कार्य में सहयोग किया.. विभाग प्रचारक मनोज जी, जिला प्रचारक आलोक जी, देवेन्द्र प्रताप सिंह , चिंतामणि जी, नागेन्द्र जी और अनेको स्वयंसेवकों सहित मैं SRN में थे, बेली और रेलवे अस्पताल में भी अपनी स्वयंसेवकों की टीम अन्य अधिकारियो के साथ काम कर रही थी

अगर आपके परिजन इलाहाबाद में है और उनका फ़ोन नहीं लग रहा हो तो घबराने की जरूरत नहीं है, यहाँ भारी जनसमुदाय होने के कारण संचार प्रणाली टीक काम नहीं कर रही है..

मृतक :-
1. उर्मिला देवी (70), पत्‍‌नी छोटे लाल, रामबाग, बक्सर 
2. बिपताबाई (60), पत्‍‌नी देवप्रसाद मझौली, जबलपुर
3. नत्थूलाल द्विवेदी (72), पिता दिवंगत श्रीराम द्विवेदी, आशा नगर, हरदोई 
4. संध्या शुक्ला (46), पत्‍‌नी राजेश कुमार, चकेरी, कानपुर
5. कामताबाई (65), पत्‍‌नी गोपीनाथ, औरंगाबाद, महाराष्ट्र
6. रामकला श्रीवास्तव, पुत्र गंगा प्रसाद, मेहंदीनगर, प्रतापगढ़
7. रामसुती, भिंड, मध्य प्रदेश 
8. शिवकुमारी, आरा, बिहार
9. आशा देवी, आरा, बिहार 
10. चौथी लाल मीणा (46), पुत्र सुखराम
11. बबिता (35)
12. शिवकुमार देवी (45), पत्‍‌नी रमेशचंद्र, कृष्णगढ़, आरा, बिहार
13. इंद्रा सना देवी पत्नी गुप्तेश्वर राय, चंदवा बिहार
 
 घायल :-
1. प्रवीण (25), सोनीपत, हरियाणा
2. राम निवास (45), सोनीपत, हरियाणा
3. पार्वर्ती (45), धनबाद, झारखंड
4. शेष बहादुर (32), सोन बिहार, दिल्ली
5. सुमित्रा (60), बिगर, कर्नाटक
6. छोटे लाल यादव (60), बक्सर, बिहार
7. मुनीश देवी (40), मॉडल टाउन, दिल्ली
8. राजेश गुप्ता (22), दिल्ली
9. शगुनबाई (35), बड़गांव
10. ज्योति (18), बड़गांव
11. देवकी यादव (55), झारखंड
12. बिल्लो (35), जौनपुर, उप्र
13. कृष्णादेवी (40), बक्सर, बिहार
14. कमलेश मिश्रा (40), नवादा, बिहार
15. शकुंतला (35)
16. सत्यम भावना (30)
17. शेष बहादुर (55)
18. शाहबहादुर (45), इटावा, उप्र
19. लक्ष्मी अवस्थी (35), फतेहपुर, उप्र
20. बिट्टन (55) सतना, मध्य प्रदेश
21. प्रवीण कुमार (40), सोनीपत, हरियाणा
22. सरस्वती (30), छिंदवाड़ा, छत्तीसगढ़
23. राजीव गुप्ता (50), फरीदाबाद, हरियाणा
24. राधिका देवी (40), मेहरौली, दिल्ली
25. शाकराबाई (40)
26. सनंत कुमार, मिश्र पुत्र राजकुमार मिश्र, विध्ववासिनी अकबरपुर बांदा, उप्र
27. लक्ष्मीकांत विमल (36), पुत्र कृष्णकांत विमल, लोहना मधुबनी, बिहार
28. रंजना झा (35), पत्‍‌नी नागेंद्र झा, कटवरिया, दिल्ली
29. सविता झा (42), पत्‍‌नी मणेश्वर झा, दिल्ली
30. बिट्ट (55), पत्‍‌नी सालिगराम सिविल लाइंस, सतना, मध्य प्रदेश
31. शुकनबाई (35), पत्‍‌नी मुनीश बड़ागांव रीठी, कटनी, मध्य प्रदेश
32. ज्योति (12), पुत्री मुनीश बड़ागांव रीठी कटनी, मध्य प्रदेश


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भाग्य और कर्मफल - बोधकथा



एक गरीब किसान था। एक साल तक उसके खेतों में अच्छी फसल नहीं हुई, तो वह अपने बूढ़े माता-पिता के साथ जंगल चला गया। जंगल में इन तीनों को प्यास लगी। और ये लोग एक साधु की कुटिया में पहुंचे। वहां इन लोगों ने पानी पीने के बाद अपनी आपबीती भी उस फकीर को सुनायी। इसके बाद फकीर ने इन लोगों के लिए ईश्वर से प्रार्थना की। किन्तु ईश्वर ने साधू से कहा इन लोगों के भाग्य में ही कष्ट है। परन्तु साधु काफी दयालु था, उसने फिर ईश्वर से प्रार्थना की। इसके बाद ईश्वर ने कहा, ठीक है तुम नहीं मानते हो, तो इन तीनों की एक-एक इच्छा पूरी की जाएगी। फकीर से यह बात पता चलते ही ये तीनों घर वापस जाने लगे। रास्ते में बूढ़ी को शंका हुई कि कहीं यह साधू हम तीनों को मूर्ख तो नहीं बना रहा है। अत: उसने ईश्वर से मांग की कि "मुझे इतिहास प्रसिद्ध सुन्दरी जुलेखा जैसी बना दो।' उसकी मांग पूरी हुई और वह एक सुन्दर युवती बन गई। उसी समय वहां एक राजकुमार आया। उस युवती ने राजकुमार से कहा, "मुझे इन दोनों से बचा लो। ये लोग मुझे जबरदस्ती ले जा रहे हैं।' राजकुमार यह चाहता भी था। अत: उसने तुरन्त उसे अपने घोड़े पर बैठा लिया और वहां से चल दिया। बूढ़े को युवती (पूर्व में बुढ़िया) की इस झूठी बात पर गुस्सा आया। अत: उसने भी ईश्वर से मांग की कि "भगवान! उस युवती को शूकरी बना दो।' उसकी मांग भी पूरी हुई और युवती शूकरी बन गई। शूकरी बनते ही राजकुमार ने उसे रास्ते में गिरा दिया। फिर वह अपने पति और बेटे के पास लौट आयी। काफी विनती करने पर उसके बेटे ने ईश्वर से प्रार्थना की कि "इसे मेरी मां की तरह बना दो।' इस तरह वह शूकरी फिर बुढ़िया ही बन गई।


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कौमार्य की शुद्धता खो रहे हैं भारतीय



विश्व हिंदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय सलाहकार अशोक सिंघल ने कहा कि भारत में कौमार्य संरक्षित रखा जाता था। लेकिन अब तो इसकी शुद्धता भंग हो गयी है और हम इसे खो रहे हैं। ‘भारत’ नहीं ‘इंडिया’ में बलात्कार की घटनाएं होने संबंधी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत के बयान के एक दिन बाद शनिवार को विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने बलात्कार और महिलाओं से छेड़छाड़ की वारदात में इजाफे के लिए ‘पश्चिमी मॉडल’ को जिम्मेदार करार दिया और कहा कि शहरों के नैतिक मूल्यों में गिरावट आ रही है। विहिप के अंतरराष्ट्रीय सलाहकार अशोक सिंघल ने रहन-सहन के पश्चिमी तरीके को ‘‘खतरनाक’’ करार दिया और कहा कि यह संस्कृति अमेरिका से इस देश में आयी है। पश्चिमी मॉडल खतरनाक देश में बलात्कार की घटनाओं में हो रही बढ़ोत्तरी के बारे में कहा कि यह पश्चिमी मॉडल खतरनाक है। दरअसल हो यह रहा है कि हम अमेरिका की नकल कर रहे हैं। हमने अपने शहरों के मूल्यों को खो दिया है।
VHP supremo Ashok Singhal
लिव-इन रिश्तों की जीवनशैली को गलत करार देते हुए सिंघल ने कहा कि यह न केवल हमारी संस्कृति के खिलाफ है बल्कि यह कभी हमारी संस्कृति का हिस्सा भी नहीं रही है। कौमार्य की ‘शुद्धता’ भंग सिंघल ने दावा किया कि अंग्रेजों के आने से पहले भारतवासी एक ‘शुद्ध’ जीवन जीते थे। उन्होंने कौमार्य की ‘शुद्धता’ को ‘ब्रह्मचर्य’ करार दिया और कहा कि यह अपवित्र हुई है। उन्होंने कहा कि कौमार्य संरक्षित रखा जाता था। लेकिन अब तो इसकी शुद्धता भंग हो गयी है. हम इसे खो रहे है।


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