अंग्रेजो के जमाने के देशभक्त अधिवक्ता




उत्तर प्रदेश में उत्तर प्रदेश बार काउसिल उत्तर प्रदेश के प्रथम मतदाता 95 वर्ष के श्री वीरेन्द्र कुमार सिंह चौधरी "दद्दा" को वोट दिलवाने का सौभाग्य मुझे प्राप्‍त हुआ। दद्दा दादा का एक अधिवक्ता के रूप में पंजीयन सन् 1941 का है, कुछ मेरे दोस्‍त कहते है कि ये तो अंग्रेजों के जमाने के वकील है। सच मे दद्दा को जीवन राष्ट्र को ही सम्‍पर्पित रहा है, हर समय उनके मन में आज भी देश के लिये कुछ करने की ही रहती है। दद्दा ने अपने 25 मतो का पूरा उपयोग किया। दद्दा उत्तर प्रदेश सरकार के महाधिवक्ता भी रहे है।

कल दद्दा को कुछ शारीरिक तकलीफ के कारण दद्दा डाक्टर के डी त्रिपाठी को दिखाकर गये थे आज कुछ आराम है वो पापा जी को फोन कर के कह रहे थे कि डाक्टर साहब से पूछ लीजिए कि आज आराम है कहे तो कल दो मुकदमे लगे है। वो भी देख लिये जाये... 95 साल की उम्र में भी काम के प्रति‍ निष्ठा विरले और महान लोगों में ही होती है। ऐसे है दद्दा जी।

मतदान करते समय फोटो खींचना, गलत था किन्तु कुछ गलतिया इतनी खूबसूरत और जरूरी होती है जिन्हें हम करने को मजबूर होते है।

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