विन्‍डोज लाइव राइटर का प्रयोग



काफी दिनों पहले इसके बारे में सुना था और प्रयोग करने की कोशिश भी किया किन्तु सफलता नहीं मिला। आज प्रात: श्री अफलातून जी ने फिर से इसके बारे में बताया और मैं इसका प्रयोग करने की ओर अग्रसर हुआ। आज यह पहला लेख इससे डालने जा रहा हूँ अभी सफलता की आशा कम ही है।
आज अफलातून जी ने बताया‍ कि इसमें ऑफ लाइन लिखकर आप अपने लेख को अपने ब्‍लाग पर डाल सकते है। यही देखने का प्रयास कर रहा हूँ कि यह चमत्कार होता है कि नहीं। मैं अकसर आनलाइन होकर लेख लिखता हूँ और बिना पढ़े उसे पोस्ट कर देता हूँ। जिसके कारण मेरे लेखों में व्याकरणात्मक अशुद्धियां देखने को मिलती है। लाइव राइटर के कारण अब इस प्रकार की अशुद्धियां कम देखने को मिल सकती है।
पहले तो मै अकसर माइक्रोसोफ्ट वर्ड पर लिख कर अपने ब्‍लाग पर जा कर पोस्ट कर देता था इससे भी गलतियां कम होती थी। ठीक है अब मैं इसे पोस्ट करने का प्रयास करता हूँ देखता हूँ कि यह होता है कि नहीं।



Share: