लीगल सेल भारतीय मजदूर संघ उत्तर प्रदेश



लीगल सेल भारतीय मजदूर संघ उ0प्र0 के तत्वाधान में श्रमविधियों में विसंगतियाँ और उनका समाधान विषय पर आयोजित सेमिनार में आपकी उपस्थित सादर प्रार्थनीय है।

भवदीय
लीगल सेल बी.एम.एस. उ.प्र.

दिनाँक - 12-जनवरी-2008
उद्धाटन - प्रात: 10.00 से 11.00 बजे तक
अल्पाहार - प्रात: 11.00 से 11.30 बजे तक
समापन सत्र - प्रात: 11.30 से अपरान्ह 1.00 बजे तक


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शीना के कारनामें और भी है



मुझ पर व्‍यक्तिगत आक्षेप करने वाली शीना, हिन्‍दी ब्‍लाग जगत में 5-6 माह से अपने जलवें दिखाती शीना को आखिर राजकुमार जी की पोस्‍ट में ऐसा क्‍या लिख दिया गया कि वह पॉंच माह के ब्‍लागिंग कैरियर को समाप्‍त कर दिया या फिर और कोई कारण है। जब मैने सोचा कि शीना के बारे मे कुछ जाना जाये तो मै गूगल महाराज की शरण में गया तो एक लिंक यह मिला जहॉं पर शीना के कुछ और लेख भी मौजूद थे, उनके ब्‍लाग से अन्‍यत्र लिखे गये थे अर्थात शीना ने अपने जाल में कईयो फांसा चुकी थी। आखिर शीना ने एक डाक्‍टर का ही वेश के क्‍यो धरा यह भी एक सोच‍नीय विषय है ? क्‍योकि उसे अनुमान था कि अपने पेशे से किया जाने वाला काम पर वह अच्‍छा लिख और लोगों को फॉंस सकती है।

अभी हिन्‍दी ब्‍लाग निदेशिका पर एक शीना जी के बारे में यह पढ़ने को मिला,


हिन्दी चिट्ठाजगत की एगनी आन्ट शीना राय पेशे से एक डॉक्टर हैं। ये चिट्ठा है पाठकों के लिए एक मंच जहाँ वे दिल खोलकर अपनी समस्यायें बता सकते हैं और समाधान पा सकते हैं।

भले ही शीना ने अपना ब्‍लाग डीलिट कर लिया है किन्‍तु उनकी ब्‍लागर प्रोफाईल अभी भी मौजूद है, और वर्तमान में एक ब्‍लाग पर वो लिख रही है।

शीना की सलाह
Gender: Female
Industry: Accounting
Occupation: डॉक्टर
Location: दिल्ली : India
About Me

नमस्कार मेरा नाम शीना राय हैं. पेशे से मैं एक डॉक्टर हूँ. पेश हैं आप के लिए एक मंच जहाँ आप दिल खोलकर अपनी समस्याओं का समाधान पा सकते हैं.किसी भी प्रकार की समस्या के लिए मुझे [email protected] पर मेल करे

मै शीना जी के बहुत पीछे नही पढ़ना चाहूँगा, जो गलत था वो चला गया किन्‍तु आज भी शीना के पन्‍ने मौजूँद है जो खोज का विषय हो सकता है। आज विभिन्‍न मुद्दों पर शीना की टिप्‍पणी मौजूद है वह दर्शाती है कि उनका ब्‍लागिंग में काफी दखल था।

इधर एक दो बातें मेरे ब्‍लाग पर और देखने को मिली कि किसी ने विपुल जी के नाम से मेरे ब्‍लाग पर वाहियात टिप्‍पणी की थी, और जब मैने उसे देखा तो मेरा भी माथा ठिनका और मै उसे डिलीट करने के लिये अग्रसर हो ही रहा था कि अचानक मेरे फोन पर एक घन्‍टी आई और कहा गया कि मै विपुल जैन बोल रहा हूँ, और उन्‍होने अपनी बात रखी और मैने भी अपनी बात रखी कि अगर आपका फोन न भी आता तो मै उसे तुरंत हटाने ही वाला था। विस्‍तृत लम्‍बी चर्चा के बाद मैने अपने विवेकानुसार टिप्‍पणी हटा दी जो हटाने योग्‍य थी।

इधर संजय भाई कि भी एक टिप्‍पणी दो एग्रीगेटरों की जंग को लेकर थी और उनका भी कहना था कि मेरी पहली टिप्‍पणी का उद्देश्‍य खत्‍म हो गया है उसे भी हटा दिया जाना चाहिए। मै एक बात स्‍पष्‍ट कर देना चाहता हूँ कि मै अपने ब्‍लाग को किसी वार का अड्डा नही बनने दूँगा। चाहे यह दो एग्रीगेटरों के बीच युद्ध हो या चार किन्‍तु रोटियॉं दोनो और चारों के बीच तीसरा और पॉंचवा खाता है। खैर यह विषय अगल है।

मै किसी को भी चाहे टिप्‍पणी या लेख या किसी और माध्‍यम से अपने ब्‍लाग को जंग का अखाड़ा नही बनाने दूँगा।
जय श्रीराम


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महाशक्ति से टकराने वाली शीना ने अपना ब्‍लाग डिलीट किया



मैने अपने पूर्व के लेख प्रयाग में महाशक्ति-भड़ास भेंटवार्ता में कहा था कि महाशक्ति हो कर लिखने के लिये जिगरा होने की जरूरत होती है। मैने अपने लेख तो क्‍या कंडोम सच्‍चर जी के काम आयेगें ? पर दो चार बातें क्‍या लिखी, एक शीना राय नामक भद्र महिला ने मेरे ऊपर बमक पड़ी और तो और जब मेरे मित्र राजकुमार ने व्‍यक्तिगत आक्षेप को लेकर व्‍यक्तिगत आक्षेप कितने सही ? लिखा तो उक्‍त भद्र महिला जो मेरे दादा परदादा ही हिस्‍ट्री जानने को उत्‍सुक थी, अपने ब्‍लाग शीना की सलाह का ही इतिहास गायब हो गया। आखिर यह सब क्‍या है? अगर मुझे पता होता कि बेमन से लिखी पोस्‍ट का इतना असर होता है कि एक ब्‍लाग डिलीट होना पड़े तो मै ऐसा कभी न करता।
शीना नाम से चाहे जो भी हो किन्‍तु एक ओर तो डाक्‍टर के वेश में एक बहुरूपिया नारी बनकर व्‍यक्तिगत आक्षेप लगाना कहॉं की बात है ? मैं नेट पर करीब 1.5 साल से लिख रहा हूँ, इस तरह की व्‍यक्तिगत आक्षेप मैने कभी किसी पर नही लगाये, जब तक की मुझे विवाश नही किया है, किन्‍तु अपने संज्ञान में मैने कभी भी ऐसा नही किया। शीना की सलाह मैने करीब 3-4 माह पहले देखा था और सोचा था कि कभी वक्‍त मिलने पर सलाह लूँगा, अच्‍छा हुआ कि मै बच गया नही तो बुरके जनाना की जगह मर्दाना पठ्ठा मिलता। मुझे तो हंसी आ रही है कि जो ब्‍लगार भाई शीना मैडम से चैगिंग किये होगे, और उनके बीच हुऐ डेट के वायदो का क्‍या होगा? :) कहीं मामला सोनू निगम के कास्टिंग काउच वाला न हो जाये :) खैर बहुत मजाक हो गया अब सीरियस बात करते है।
इधर एक और अच्‍छी बात देखने के मिली की महाशक्ति समूह में राजकुमार जी के सहासिक लेख के द्वारा एक शीना की सलाह नामक फर्जी ब्‍लाग बन्‍द हो गया, और इसके लिये महाशक्ति समूह और मित्रता की मूर्ति राजकुमार दोनो बधाई के पात्र है। यह सब हो गया किन्‍तु बात अभी खत्‍म नही हो रही है, आखिर शीना थी कौन जो अपना सीना चौड़ा कर ब्‍लागिंग में जहर घोलने का काम कर रही थी। निश्चित रूप से हिन्‍दी ब्‍लाग्‍स में ऐसे लोगों की कमी नही जो द्वेष भावना रखते है, जहॉं तक मै जानता हूँ कि मेरे व्‍यक्तिगत व्‍य‍वाहार से शायद ही मेरी कोई कभी निंदा किया हो, हॉं यह जरूर है कि लेखन के कारण कारण काफी निन्‍दा सहनी पड़ी है। पता नही शीना जी को मुझसे क्‍या बैर था कि मेरे हाथों एक सिखड़ी का वध हुआ! अगर शीना जी वास्‍तविकता में कोई होती तो अपना ब्‍लाग खत्‍म करने के बाजय वह पोस्‍ट हटाती, किन्‍तु मन में चोर होने पर सही बात सामने आ ही जाती है और वही हुआ भी कि फर्जी महिला के रूप में ब्‍लागिंग कर रही शीना को जाना पड़ा।
मेरे पिछले लेख में एक अनाम टिप्‍पणी आई थी और एक बन्‍धु का नामोल्‍लेख किया किन्‍तु मै उसे सही नही मानता हूँ क्‍योकि इतना प्रतिष्ठित व्‍यक्ति यह काम नही कर सकते है। किन्‍तु अनाम भाई इतना तो जरूर सही है कि कि जो कोई भी शीना थी वह एक सक्रिय ब्‍लागर था। यह काम उसी का हो सकता है जिसें विवादों में रहना पंसद हो और मुझसे चिड़ हो। कोई भी नारी कम से कम विवादों में रहने के लिये ब्‍लागिंग नही ही करेगी। हो न हो कि कोई बिगडैल चिट्ठाकार ही है जो इस तरह का अर्नगल काम कर रहा था।
वैसे शीना ने जो मुझसे जो सलाह मॉंगी थी वह लेने से पहले चली गई, अब तो मनमोहन से कहना होगा कि एक सच्‍चर जी से जॉंच करवाये कि शीना कौन थी ?


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