प्रेरक प्रसंग - अनुभवी की सला‍ह




एक बार की बात है ब्रह्मा जी मनुष्यों की हरकतों से काफी परेशान थे और एक दिन उन्होंने अपनी इस समस्या के निराकरण के लिये देवताओं की एक बैठक बुलाई और अपनी समस्या रखते हुए कहा कि मैं मनुष्यों की रचना कर के मुसीबत में पड़ गया हूँ। यह जाति हर समय शिकायत करती रहती है। मैं न तो चैन से सो सकता हूँ न कि चैन से किसी स्थान पर रह सकता हूँ। इसलिये मैं किसी ऐसे गुप्त स्थान पर जाना चाहता हूँ जहाँ मनुष्यों की पहुँच न हो।
ब्रह्म देव की भावनाओं का समादर करते हुए एक देव ने निवेदन किया कि आप हिमालय पर गौरी शंकर की चोटी पर चले जायें। इस पर ब्रह्मा जी ने कहा कि वहाँ भी मुझे चैन नहीं मिलेगा उस स्थान पर भी तेन सिंह नोर्क और एडमंड हिलेरी आदि पहुँच चुके है। किसी अन्य देवता ने सलाह दिया कि आप प्रशान्‍त महासागर में चले जाइये तो किसी ने कहा कि चन्द्रमा पर तो ब्रह्मदेव ने कहा कि वैज्ञानिक वहाँ भी पहुँच गये है। फिर किसी ने कहा कि अन्तरिक्ष में चले जाये तो फिर ब्रह्मदेव बोले अगले 6 माह तक सुनीता वहां निवास करेंगी। तभी देवताओं कि पंक्ति में सबसे बुर्जुग आदमी ने कहा कि आप मनुष्य के हृदय में बैठ जाइये।
ब्रह्मा जी को अनुभवी की बात जंच गई और सलाह मान लिया उस दिन से मनुष्य शिकायत के लिये ब्रह्म देव को यहां वहां सब जगह खोजता फिर रहा है किन्तु ब्रह्म देव नहीं मिल रहे है क्योंकि व्यक्ति अपने अन्दर ब्रह्म देव को नहीं पुकार रहा है। उस दिन से ब्रह्मा जी चैन की बंसी बजा रहे है।


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मुस्लिमों द्वारा मेरठ मे मंदिर को अपवित्र किया गया




समाजवादी पार्टी की सरकार बनने की खबर के बाद से सपा और मुस्लिमों का आतंक बढ़ता ही जा रहा है। उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले के गांव परीक्षितगढ़ में एक धार्मिक स्थल को मुस्लिमों द्वारा अपवित्र किया गया, जिसके बाद इलाके में दोनों संप्रदायों के बीच संघर्ष हो गया।
घटना की सूचना मिलने पर जिलाधिकारी और पुलिस उप महा निरीक्षक दल बल समेत मौके पर पहुंचे। पुलिस और प्रशासनिक अफसरों ने दोनों पक्षों के लोगों के साथ बातचीत कर मामले को शांत किया। इलाके में तनाव को देखते हुए एहतियात के तौर पर पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।
मामला यह है कि कस्बा परीक्षित गढ़ में महाभारत काल का गोपेश्वर मंदिर है। बताया जा रहा है कि होली खेलने के बाद जब कुछ लोग वहां शिवलिंग पर जल चढ़ाने पहुंचे तो उन्होंने देखा कि मुस्लिम मत के छह लोग वहां जुआ खेल रहा थे। उनके मना करने पर वे इतना नाराज हो गए कि उन्होंने मंदिर में घुस कर उसे अशुद्ध करना शुरू कर दिया। इस पर लोगों ने उन्हें पकड़ना चाहा। पांच लोग तो वहां से भाग गए। एक को लोगों ने पकड़ लिया। उसकी पिटाई करने के बाद लोगों ने उसे थाने ले जाकर पुलिस के हवाले कर दिया। आरोप है कि पुलिस ने आरोपी को थाने से छोड़ दिया। इस बात का पता चलते ही हिन्‍दू लोग थाने के पास जमा हो गए। उन्होंने थाने के सामने जाम लगकर हंगामा शुरू कर दिया। गुस्साए लोगों ने वहां से गुजरने का प्रयास कर रहे वाहनों में तोड़फोड़ शुरू कर दी। सूचना पर डीएम अनिल कुमार और डीआईजी एचआर शर्मा फोर्स लेकर वहां पहुंचे। लोगों ने आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ एनएसए लगाने की मांग की। अधिकारियों ने आरोपियों को शीघ्र गिरफ्तार करने का भरोसा दिला कर उन्हें शांत किया। रात को ही अधिकारियों ने मंदिर का शुद्धिकरण कराया।
इस घटना के बाद से यह स्पष्ट है कि मुस्लिम अपने को कहते तो अल्पसंख्यक है किन्तु उनकी करतूत हमेशा गोधरा जैसी घटनाओं जैसी होती है।


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