परीक्षाओं में उपयोगी रसायन विज्ञान के महत्वपूर्ण प्रश्न



Important Chemistry Important Questions in Exams
  1. आधुनिक आवर्त नियम का प्रतिपादन किसने किया था ? - मेंडलीफ ने
  2. इलेक्ट्रान के खोजकर्ता है ? - जे. जे. थॉमसन
  3. गोबर गैस में कौन सी गैस होती है ? - मीथेन
  4. जल की कठोरता कैसे दूर की जाती है ? - जल में सोडियम कार्बोनेट डालकर
  5. जल में स्थाई कठोरता का प्रमुख कारण क्या है ? - कैल्शियम एवं मैग्नीशियम के बाइकार्बोनेट
  6. द्रवित पेट्रोलियम गैस ( L.P.G. ) किसका मिश्रण होता है - एथेन, ब्यूटेन एवं प्रोपेन
  7. पदार्थ के परमाणु वाद के प्रणेता थे ? - डाल्टन
  8. परमाणु के नाभिक में उपस्थित प्रोटॉनों की संख्या को कहा जाता है - परमाणु क्रमांक
  9. परमाणु के नाभिक में होता है ? - प्रोटान एवं न्यूट्रान
  10. पिच ब्लैंड किस धातु का अयस्क है - यूरेनियम
  11. पीतल किसका मिश्रण होता है ? - तांबा + जस्ता
  12. पेंसिल बनाने में प्रयुक्त कार्बन है ? - ग्रेफाइट
  13. रक्त का PH मान क्या है ? - 7. 4
  14. रेडियम की खोज किसने की ? - रॉबर्ट पियरी एवं मैडम क्यूरी
  15. रेडियो सक्रियता का पता सर्वप्रथम किसने लगाया था ? - हेनरी बेकुरल
  16. शुद्ध जल का PH होता है ? - 7
  17. संश्लेषित रेशा है ? - रेयान
  18. सबसे उत्तम कोटि का कोयला है - एंथ्रासाइट
  19. सबसे कठोर तत्व है ? - हीरा
  20. सबसे हल्का तत्व है ? - हाइड्रोजन
  21. साधारण कांच मिश्रण होता है - सिलिका, सोडियम सिलिकेट और कैल्शियम सिलिकेट का
  22. हीरा एवं ग्रेफाइट है - कार्बन के अपररूप
  23. हेमेटाइट किस धातु का अयस्क है - लोहा


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प्रतियोगी परीक्षाओं में पूछे जाने वाले जीव विज्ञान के महत्वपूर्ण प्रश्न



 
Important Biology questions for Competitive Exams
  1. DNA का प्रमुख कार्य है ? - आनुवंशिक क्रियाओं का संचालन
  2. 'W.H.O.' का पूर्ण रूप क्या है - वर्ल्ड हेल्थ आर्गेनाईजेशन ( विश्व स्वास्थ्य संगठन )
  3. कशेरुक दंड में हड्डियों की कुल संख्या है - 33
  4. जीव विज्ञान का पिता किसे कहा जाता है ? - अरस्तु
  5. जीवन का भौतिक आधार है - कोशिका
  6. मक्खियों द्वारा कौन सा रोग फैलता है ? - हैजा
  7. मनुष्य में गुणसूत्रों की कुल संख्या है ? - 46
  8. मानव शरीर में पिट्यूटरी ग्रंथि स्थित होता है - मस्तिष्क में
  9. मानव शरीर में सबसे छोटी अस्थि है - स्टेपीज
  10. लाल रक्त कण का निर्माण कहां होता है ? - लाल अस्थि मज्जा में
  11. 'संकुचनशील ऊतक ' के नाम से जाना जाता है - पेशी ऊतक
  12. सर्वप्रथम कोशिका का पता किसने लगाया था ? - रॉबर्ट हुक
  13. RBC का जीवनकाल होता है - 120 दिन
  14. WBC का जीवनकाल होता है - 2-5 दिन
  15. अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर स्थापित स्वास्थ्य संगठन है ? - विश्व स्वास्थ्य संगठन
  16. अनुमस्तिष्क का कार्य है ? - शरीर का संतुलन
  17. आंख के किस भाग पर वस्तु का स्पष्ट प्रतिबिंब बनता है ? - पीत बिंदु पर
  18. आधुनिक मानव को जंतुओं के किस वर्ग में रखा गया है ? - प्राइमेट्स
  19. आनुवंशिकी का पिता किसे कहा जाता है - लैमार्क
  20. इंसेफेलाइटिस रोग का वाहक किस पशु को माना जाता है ? - सूअर
  21. एक स्वस्थ व्यक्ति एक मिनट में कितनी बार सांस लेता है ? - 14 से 18 बार
  22. कान का अर्ध चंद्राकार नलियों का क्या कार्य है - शरीर का संतुलन बनाना
  23. किस - किस प्रकार के हेपेटाइटिस से बचाव के लिए टीका उपलब्ध है ? - A तथा B
  24. किस लेंस को दूर दृष्टि नेत्र दोष में प्रयोग करते हैं ? - उत्तल लेंस
  25. कोशिका का शक्ति केंद्र किसे कहा जाता है - माइटोकांड्रिया
  26. कोशिकाओं के समूह को कहा जाता है - ऊतक
  27. चोट लगने पर कुछ समय बाद रक्त बहना स्वत: ही क्यों रुक जाता है ? - रक्त का थक्का जम जाता है
  28. जीन का सर्वप्रथम कृत्रिम संश्लेषण किसने किया ? - हरगोविंद खुराना
  29. टीकाकरण : विभिन्न संक्रामक रोगों से बचाव के लिए लगाए जाने वाले टीकों की प्रक्रिया को टीकाकरण कहते हैं |
  30. डायबिटीज किसकी कमी के कारण होता है ? - इंसुलिन
  31. डायबिटीज किसकी कमी के कारण होता है ? - इंसुलिन
  32. डिप्थीरिया नामक रोग में होने वाला विकार है - गले में झिल्ली का बनाना |
  33. डेंगू रोग फैलता है ? - मादा एडीज द्वारा
  34. तपेदिक रोग का लक्षण है - लगातार खांसी आना, कमजोरी महसूस होना, ज्वरग्रस्त रहना आदि
  35. तपेदिक से बचने के लिए कौन सा टीका लगवाया जाता है ? - बी. सी. जी. टीका
  36. दूर की वस्तु को ना देख पाना रोग है - निकट दृष्टि दोष
  37. दूषित जल से फैलने वाला रोग है ? - मोतीझरा
  38. नलिका विहीन ग्रंथि कौन सी है ? - पीयूष ग्रंथि
  39. नियमित रूप से ध्यान करने से हमारा शरीर बनता है - स्वस्थ्य एवं सक्रिय
  40. निर्जलीकरण : व्यक्ति के शरीर में जल की आवश्यक मात्रा के घट जाने की स्थिति को निर्जलीकरण कहा जाता है |
  41. न्यूरॉन किसे कहते हैं ? - तंत्रिका कोशिका को
  42. पागल कुत्ते के काटने से कौनसा रोग होता है - रेबीज
  43. प्राण वायु कहलाती है ? - ऑक्सीजन
  44. प्लाज्मा में घुलनशील प्रोटीन है - एल्ब्यूमिन, ग्लोब्युलिन तथा फाइब्रिनोजन
  45. प्लेग रोग फैलता है ? - चूहे द्वारा
  46. फुफ्फुसिय शिरा में बहने वाला रक्त होता है - शुद्ध
  47. फेफड़ों से ऑक्सीजन ग्रहण करके कोशिकाओं में कौन पहुंचाता है ? - हीमोग्लोबिन
  48. मछलियां किस अंग से सांस लेती है - गिल द्वारा
  49. मनुष्य के शरीर में फेफड़ों की संख्या कितनी होती है ? - दो
  50. मनुष्य के हृदय का स्पंदन 1 मिनट में कितनी बार होता है - 72
  51. मलेरिया रोग फैलता है - मच्छर द्वारा
  52. मानव शरीर में अस्थियों की कुल संख्या है - 206
  53. मानव शरीर में सबसे बड़ी ग्रंथि है - यकृत
  54. मानव शरीर में सबसे लंबी अस्थि है - फीमर
  55. रुधिर की शुद्धि किस अंग में होती है ? - फेफड़े में
  56. रुधिर परिसंचरण की खोज करने वाले प्रथम वैज्ञानिक कौन थे ? - विलियम हार्वे
  57. रेबीज रोग का कौनसा लक्षण है - पानी से डरना
  58. रोगाणुओं के शरीर में प्रवेश करने के कारण उत्पन्न होने वाले रोगों को कहते हैं ? - संक्रामक रोग
  59. वयस्क मानव में दांतों की कुल संख्या है - 32
  60. वायु द्वारा फैलने वाले रोग हैं - चेचक, तपेदिक तथा काली खांसी आदि
  61. विश्व स्वास्थ्य संगठन का मुख्य कार्यालय कहां है ? - जेनेवा
  62. वृक्क का भार होता है - 150 ग्राम
  63. शरीर का कौन सा तंत्र ऐसा है, जिसका स्वरूप स्त्री तथा पुरुष में भिन्न - भिन्न है - प्रजनन तंत्र
  64. शरीर की रोगों से रक्षा करने की शक्ति को कहते हैं ? - रोग प्रतिरोधक क्षमता
  65. शरीर में त्वचा क्या करती है ? - स्पर्श एवं दबाव का ज्ञान प्राप्त करना
  66. शरीर में रुधिर शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने वाला हार्मोन है - इंसुलिन
  67. श्वसन क्रिया अपने आप में है - अनैच्छिक क्रिया
  68. श्वसन क्रिया का प्रमुख अंग कौन सा है ? - फेफड़े
  69. संक्रामक रोग : जो रोग जीवाणु के माध्यम से एक व्यक्ति अथवा प्राणी से दूसरे व्यक्ति अथवा प्राणी को लग जाते हैं , उन्हें ' संक्रामक रोग ' कहा जाता है |
  70. संक्रामक रोगों का संक्रमण किसके द्वारा होता है - वायु द्वारा, भोजन तथा जल द्वारा, कीटों द्वारा आदि |
  71. संक्रामक रोगों की रोकथाम के लिए स्वस्थ्य व्यक्ति को चाहिए कि वह - टीके लगवाए |
  72. संतान उत्पत्ति का कार्य करने वाले तंत्र को क्या कहते हैं - प्रजनन तंत्र
  73. सभी संक्रामक रोग होते हैं ? - रोगाणुओं द्वारा
  74. सर्वग्राही रुधिर वर्ग है - 'AB' वर्ग
  75. सर्वदाता रुधिर वर्ग है - 'O’ वर्ग
  76. सामान्य व्यक्ति के शरीर का तापक्रम होता है ? - 98.4 डिग्री फारेनहाइट
  77. हाथी पांव नामक रोग का चिकित्सीय नाम क्या है ? - फाइलेरिया
  78. हानिकारक रोगाणुओं को नष्ट करना व रोगों से रक्षा करना कार्य है - श्वेत रुधिर कणिकाओं का
  79. हेपेटाइटिस कितने प्रकार के होते हैं - 5
  80. हेपेटाइटिस रोग में लक्षण देखे जा सकते हैं ? - पीलिया के लक्षण, भूख कम होना, पेट में दर्द होना
  81. हेपेटाइटिस रोग से प्रभावित होता है ? - यकृत


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हनुमान का पञ्चमुखी धारण करने की कथा



 Panchmukhi Hanuman

बजरंगबली को सकंटमोचन भी कहा जाता हैं और भगवान हनुमान ने हमेशा अपने नाम को सार्थक किया हैं। संकट चाहे शारीरिक हो या मानसिक, भगवान् हनुमान हमेशा उसका निवारण करने में समर्थ रहे हैं। रामायण काल में हर कोई अपनी समस्या के निदान के लिए भगवान् हनुमान को ही याद करते थे. ऐसा ही एक संकट, श्री हनुमान के स्वामी भगवान् राम और उनके छोटे भाई लक्ष्मण पर भी आया था, जिसका निवारण भी श्री हनुमान ने ही किया था। बजरंगबलि अपनी स्वामी भक्ति के लिए जाने जाते हैं और रामायण का युद्ध भी श्रीराम की वानर सेना ने अगर जीता था तो उसमे हनुमान की बहुत बड़ी भूमिका थी. इसी युद्ध के दौरान भगवान् हनुमान ने अपने कई अवतारों में से एक “पंचमुखी हनुमान अवतार” भी धारण किया था।

लेकिन क्या वजह थी कि श्री हनुमान को पंचमुखी अवतार धारण करना पड़ा था?

रामायण की कथा के अनुसार जब भगवान् राम अपनी पत्नी सीता को छुड़ाने रावण की लंका गए थे तब कई दिनो तक वहां युद्ध चला था. युद्ध में रावण अपना पक्ष कमज़ोर होता देख, अपने भाई अहिरावण को भी इस युद्ध में भाग लेने के लिए बुलाया था. इस युद्ध में रावण द्वारा अपने भाई को शामिल करने एक की यह वजह थी कि अहिरावण को मायावी शक्तियां प्राप्त थी और रावण इन्ही मायावी शक्तियों का इस्तेमाल कर के यह युद्ध जीतना चाहता था।

इस युद्ध में रावण अपने भाई अहिरावण की मायावी शक्तियों की मदद से श्रीराम की पूरी सेना को गहरी नींद में सुला कर श्री राम और लक्ष्मण का अपहरण कर लिया था और इसी मुर्छित अवस्था में अहिरावण, श्रीराम और लक्ष्मण को पाताल लोक ले कर चला गया। जब हनुमान को यह बात ज्ञात हुई तो वह तुरंत पाताल लोक पहुचें लेकिन पाताल लोक के द्वार रक्षक मकरध्वज ने उन्हें प्रवेश करने से रोक दिया था. तब हनुमान ने मकरध्वज से युद्ध कर उसे परास्त किया और पातळ लोक के भीतर पहुचे।

 वह पहुचते ही उन्होंने देखा कि माँ भवानी के सम्मुख भगवान् राम और लक्ष्मण मुर्छित अवस्था में पड़े थे और अहिरावण श्री राम और लक्ष्मण के बलि की तैयारी कर रहा था. लेकिन उस पूजा स्थल में चारों दिशाओं में पांच दीपक जल रहे थे जिसे एक साथ भुझाने पर अहिरावण की मृत्यु हो सकती थी। भगवान् हनुमान को यह बात ज्ञात होते ही उन्होंने अपना पंचमुखी हनुमान अवतार धारण किया जिसमे वराह मुख, नरसिंह मुख, गरुड़ मुख, हयग्रीव मुख और अंतिम हनुमान मुख थे जिनकी सहायता से उन्होंने एक साथ वह पाँचों दीपक भुझा कर अहिरावण की मृत्यु की थी और श्री राम और लक्ष्मण रक्षा की थी। 

पञ्चमुखी रूप की शक्ति

पाँच मुँह से शोभित श्री हनुमान जी के रूप को पञ्च मुखी हनुमान कहते है। यह पञ्च मुख पांच दिशाओ और रूप को बताते है। यह पांच मुख नरसिंह रूप, गरुड रूप, अश्व रूप, वानर रूप, वराह रूप है जिसमे तीन रूप भगवान् विष्णु के रूप है और अन्य वानर और अश्व का।

Panchamukha - Sri Panchamukhi Hanuman - पंचमुखी हनुमान की कहानी, जानिए पंचमुखी क्यो हुए हनुमान - श्री पंचमुखी हनुमान रूप पांच चेहरों से बना रूप है जिसमे हर चेहरे का दर्शन कृपा देने वाला है

  1. नरसिंह रूप : यह रूप दक्षिण दिशा की तरफ है पंचमुखी हनुमान का दक्षिण दिशा का मुख भगवान नृसिंह का है । इस रूप की भक्ति से सारी चिंता, परेशानी और डर दूर हो जाता है।
  2. गरुड रूप : पश्चिमी मुख वाला है , जिसके दर्शन से संकट और परेशानिया दूर होती है।
  3. अश्व रूप : पंचमुखी हनुमान का पांचवा मुख आकाश की ओर दृष्टि वाला होता है। यह रूप अश्व यानी घोड़े के समान होता है। श्रीहनुमान का यह करुणामय रूप होता है, जो हर मुसीबत से रक्षा करने वाला माना जाता है।
  4. वानर रूप : पूर्व दिशा की तरफ है जो बहुत तेजस्वी है और इनकी पूजा और दर्शन से शत्रु पराजित होते है।
  5. वराह रूप : उत्तर दिशा का मुख है, जिसकी सेवा पूजन से ऐश्वर्य, यश,दीर्घ आयु व अच्छा स्वास्थ्य प्राप्त होता है।

अत: सभी रूप सुखो को देने वाले है और पंचमुखी हनुमान जी की पूजा से सभी तरह के आर्थिक मानसिक सुख प्राप्त होते है। इन रूपों की पूजा अर्चना के लिए आप पञ्चमुखी हनुमान मंत्र का जप करके सर्व कार्य को सिद्ध कर सकते है।

पंचमुखी हनुमान प्रश्नोत्तरी

पंचमुखी हनुमान की तस्वीर घर में कहाँ लगाए?
वास्तु के अनुसार हनुमानजी का चित्र हमेशा दक्षिण दिशा की ओर देखते हुए लगाना चाहिए। यह चित्र बैठी मुद्रा में लाल रंग का होना चाहिए। दक्षिण दिशा की ओर मुख करके हनुमानजी का चित्र इसलिए अधिक शुभ है क्योंकि हनुमानजी ने अपना प्रभाव सर्वाधिक इसी दिशा में दिखाया है।

हनुमान जी के पांच मुख कौन कौन से हैं?
उत्तर दिशा में वराह मुख, दक्षिण दिशा में नरसिंह मुख, पश्चिम में गरुड़ मुख, आकाश की तरफ हयग्रीव मुख एवं पूर्व दिशा में हनुमान मुख. इसके बाद उन्होंने एक साथ सभी दीपकों को बुझा दिया और इस प्रकार अहिरावण का वध हुआ. अहिरावण के मरने के बाद हनुमान जी भगवान राम और लक्ष्मण को मुक्त कराया.

हनुमान जी के पंचमुखी क्यों कहा जाता है?
हनुमान जी को वहां पांच दीपक मिले जिसे अहिरावण ने मां भवानी के लिए पांच दिशाओं में जलाया था। अगर इन पाचों दीपकों को एक साथ बुझाया जाता तो अहिरावण का वध हो जाता। यही कारण था कि हनुमान जी ने पंचमुखी रूप धरा।

हनुमान जी की कौन सी तस्वीर घर में लगानी चाहिए?
वास्तु शास्त्र के मुताबिक हनुमान जी की तस्वीर या मूर्ति को दक्षिण दिशा में रखना सबसे ज्यादा शुभ माना जाता है। क्योंकि लंका दक्षिण दिशा में था, सीता माता की खोज भी इसी दिशा से शुरू हुई थी।

पंचमुखी हनुमान जी की फोटो लगाने से क्या होता है?
भवन के मुख्यद्वार पर पंचमुखी हनुमान जी की प्रतिमा या तस्वीर लगाने से घर में बुरी आत्माएं प्रवेश नहीं करती।

 Hanuman Hd Wallpaper

Panchmukhi Hanuman

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Panchmukhi Hanuman

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