वीरेन्द्र कुमार सिंह चौधरी "दद्दा" के साथ



आज से मैंने वीरेन्द्र कुमार सिंह चौधरी को ज्वाइन किया है, इलाहाबाद के अधिवक्ताओ में वे किसी परिचय के मोहताज नहीं है, ९७ वर्षीय श्री चौधरी जिसने हम सब प्यार और सम्मान से दद्दा बोलते है. उच्च न्यायलय में वरिष्ठ अधिवक्ता है और उत्तर प्रदेश में भाजपा की पहली पूर्ण बहुमत की कल्याण सरकार में महाधिवक्ता रहे है और उनके पुत्र श्री यतीन्द्र सिंह छतीसगढ़ उच्च न्यायलय में मुख्य न्यायमूर्ति है...

आज अपने आपने एक विशेष दिन था, जिसके सानिध्य में मैं था उनके बारे में यह बोलना उचित होगा कि जितनी तो मेरे पिताजी की उम्र नहीं है उससे ज्यादा दद्दा की वकालत  है, मैं सौभाग्यशाली हूँ की ये अवसर मुझे मिल रहा है..


दद्दा "सविधान और व्यक्तिगत विधि" पर एक लेख लिख रहे है और इसके लिए उन्होंने मुझे माध्यम चुना है.. आज उनके साथ रहकर काफी ज्ञानार्जन हुआ और आगे भी यह जारी रहेगा, लेख बोलने से पहले उन्होंने मुझे निर्देश दिया कि छोटा-छोटा लिखना पन्ने कम लगे जिससे वास्तव में आज के लोगो को पन्ने की कीमत क्या पता होगी.  मेरे घर पहुचने पर पिताजी ने मुझे बताया की दद्दा फ़ोन करके बोल रहे थे कि बी. एन. सिंह, प्रमेन्द्र ने आज बहुत अच्छा काम किया..  :)

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नोट - इस दौरान अगले कुछ दिनों तक शाम ५ बजे से रात्रि ८ बजे तक मैं  फ़ोन पर उपलब्ध नहीं रहूँगा.


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