Do you want to look sexy? क्या आप सेक्सी दिखना चाहते हैं ?



क्या आप सेक्सी दिखना चाहते हैं ?

आये दिन पुरुषों में सेक्‍सी दिखने की चाहत बलवती होती जा रही है। हर पुरुष अपने आकर्षण में विस्तार करना चाहता है। पिछले कुछ सालों में देखने में आया है कि पुरुष सौन्दर्य प्रसाधन की समग्रियों की बाजार में बाढ़ सी आ गई है। निश्चित रूप से यह पुरुषों की आकर्षक दिखने के रुझान के फली भूत दिखता है। पुरूषों की आकर्षक दिखने की इच्छा निश्चित रूप से बाजार को बलवती करती है। आज के दौर में सुन्दर और सेक्‍सी दिखना सिर्फ औरतों तक सीमित नही रह गया है, इस अश्लील प्रदर्शन के दौड़ में पुरुष कंधे से कन्‍धा मिला रहे है। कुछ ऐसे ही टिप्‍स आज बताते है जिससे पुरुष अपनी सेक्सियत में चार चांद लगा सकते है। :)


शरीर को तरोताजा रखें - सर्वप्रथम सेक्‍सी दिखने के लिये जरूर है कि आप का शरीर तरोताजा हो, इसके लिये जरूरी है कि दिन में दो बार स्नान हो। स्नान के जल में अगर कीटाणु रोधक सामग्री मिला ले तो यह शरीर के लिये लाभकारी होगा। शरीर को तरोताजा रखने के लिये आवश्यक है कि सप्ताह में एक बार शरीर की उबटन तथा तेलों से शरीर की मालिश हो, इस मालिश से शरीर के बंद रोम छिद्र खुल जायेगें। शरीर को सुन्‍दर रखने के लिये जरूरी है कि कोशिश करें कि ज्यादा से ज्यादा आयुर्वेदिक सामग्री का ही प्रयोग हो। स्नान के बाद सम्पूर्ण शरीर की धीरे धीरे तौलिये से मालिश करें।

मुंह पर रखे ध्यान -  मुंह सबसे खास स्थान है, और इस मुंह में सबसे खास दांत, इसलिये सबसे ज्यादा जरूरी होता है कि इस स्थान का विशेष ख्याल रखा जाये। दांतों की सफाई में सबसे महत्वपूर्ण साधन है ब्रश, इसलिये ब्रश को उच्‍चकोटि का होना चाहिए जो दाँतों की भरपूर देखभाल कर सके। दांतों की सफाई के बाद आवश्यक है कि अच्छे माउथ वॉश से कुल्ला करें।

बाल - पुरुष का आकर्षण उनके बालों पर काफी हद तक निर्भर करता है। इसलिये बालों के प्रति भी जागरूक होने की आवश्यकता है। बालों का आकर्षण बढ़ाने के लिये उन पर डाई किया जा सकता है किन्तु मेरा मानना है कि प्राकृतिक रंग ही सर्वश्रेष्ठ है। बालों को प्रायः शैम्‍पू या साबुन से धोने के बजाय कोई दिन निर्धारित कर लें। क्योंकि ज्यादा शैम्‍पू बालों को नुकसान पहुँचा सकते है। शैम्‍पू के बाद को कंडीशनर करना न भूले।

सच्ची सुन्दरता - सच्ची सुन्दरता  तो मन की होती है इसलिये आपने आपको सेक्‍सी दिखने के लिये चाहिए कि आपका मन सदैव तरो ताजा हो।

सुगन्धित रहे - आपका आकर्षण और बढ़ जायेगा जब आपके अंदर से आ रही पसीने की दुर्गन्‍ध नहीं होगी, इसके लिये डियोडेन्‍ड और डियोटेक्‍ल का प्रयोग करना चाहिए। जब ज्यादा से ज्यादा व्यक्ति आपके पास होगे तो आपने आप आपके व्यक्तित्व में निखार आ जायेगा।

सुगठित रहे शरीर - सुगठित शरीर होना आपने आप में आपके सेक्‍सी दिखने की ओर दिखता है, भले ही आपकी लम्‍बाई कम हो या ज्यादा किन्तु आपका शरीर सुडोल है तो आपका आकर्षक दिखना स्वाभाविक है। शरीर को व्यवस्थित रखने के लिये चाहिए कि सुबह या शाम करीब 20 से 30 मिनट रोज का व्यायाम हो।

आप भी सेक्‍सी बन सकते है, बस आपने आपको व्यवस्थित रखिये, फिर देखिये आप भी रितिक रोशन और जॉन अबाहम जैसे सेक्‍सी दिख सकते है।

जल्दी फिर मिलते है नये टिप्‍स के साथ, तब तक लिये नमस्कार- जय श्रीराम

 कुछ मशहूरअभिनेता और खिलाड़ियों के चित्र







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दक्षिण में कमल खिला



कुमारस्‍वामी और कांग्रेस की मिली भगत को दरकिनार करते हुये कर्नाटक में बहुमत की ओर पहुँच रही है। कर्नाटक में खिलने का अर्थ है केन्‍द्र के प्रधानमंत्री आवास में भगवा रहराने के की ओर एक कदम आगे बढ़ रहे है।
ठन्‍ड़ा रहा पिछला हफ्ता
पिछले कई हफ्तो से प्रतिसप्‍ताह आराम से 8 से 15 डालर प्रति मिल जाते थे किन्‍तु जब से गूगलवालों ने पब्लिक सर्विस ऐड लगाया है, तब से कई दिनों से खाते खुलने का प्रतीक्षा कर रहा हूं। :)


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प्रेरक प्रसंग - दो बातें



प्रेरक प्रसंग
कभी कभी अच्‍छा पढ़ने और सुनने का लाभ मिल ही जाता है। एक दिन दीदी मॉं साध्वी ऋताम्‍भरा का प्रवचन सुन रहा था तो उस प्रवचन में उन्‍होने एक प्रेरक प्रसंग सुनाया वह आपसे सामने प्रस्‍तुत करता हूँ-
 
एक बार एक सेठ पूरे एक वर्ष तक चारों धाम की यात्रा करके आया, और उसने पूरे गॉंव में अपनी एक वर्ष की उपलब्‍धी का बखान करने के लिये प्रीति भोज का आयोजन किया। सेठ की एक वर्ष की उपलब्‍धी थी कि वह अपने अंदर से क्रोध-अंहकार को अपने अंदर से बाहर चारों धाम में ही त्‍याग आये थे। सेठ का एक नौकर था वह बड़ा ही बुद्धिमान था, भोज के आयोजन से तो वह जान गया था कि सेठ अभी अंहकार से मुक्‍त नही हुआ है किन्‍तु अभी उसकी क्रोध की परीक्षा लेनी बाकी थी। उसने भरे समाज में सेठ से पूछा कि सेठ जी इस बार आपने क्‍या क्‍या छोड़ कर आये है ? सेठ जी ने बड़े उत्‍साह से कहा - क्रोध-अंहकार त्‍याग कर आया हूं। फिर कुछ देर बाद नौकर ने वही प्रश्‍न दोबारा किया और सेठ जी का उत्‍तर वही था अन्‍तोगत्‍वा एक बार प्रश्‍न पूछने पर सेठ को अपने आपे से बाहर हो गया और नौकर से बोला - दो टके का नौकर, मेरी दिया खाता है, और मेरा ही मजाक कर रहा है। बस इतनी ही देर थी कि नौकर ने भरे समाज में सेठ जी के क्रोध-अंहकार त्‍याग की पोल खोल कर रख दी। सेठ भरे समाज में अपनी लज्जित चेहरा लेकर रह गया। इससे हमें यह शिक्षा मिलती है कि दिखावे से ज्‍यादा कर्त्तव्‍य बोध पर ध्‍यान देना चाहिए।


एक और बात


कल मैने एक प्रयोग किया आपने Time loss पर करीब 4 चार पोस्‍टों को पोस्‍ट किया और उनके प्रकाशन का सयम निर्धारित कर दिया। आज चारों पोस्‍ट अपने समय पर प्रकाशित हुई काफी अच्‍छी यह सुविधा लगी।


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